5G मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन धोखाधड़ी से सावधान!
हाल के दिनों में मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही है। कई फर्जी कंपनियां और एजेंसियां आम जनता को भारी मासिक किराए का लालच देकर उनके साथ ठगी कर रही हैं। इन कंपनियों द्वारा लोगों से टावर लगाने के लिए एडवांस में पैसे मांगे जाते हैं, जैसे कि सुरक्षा जमा, आवेदन शुल्क, पंजीकरण शुल्क, या सरकारी कर। एक बार पैसे जमा हो जाने पर ये फर्जी कंपनियां गायब हो जाती हैं और बाद में संपर्क में नहीं आतीं।
महत्वपूर्ण जानकारी:
1. DoT और TRAI की भूमिका:
दूरसंचार विभाग (DoT) और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) मोबाइल टावर लगाने के लिए किसी भी प्रकार की "No Objection Certificate" (NOC) जारी नहीं करते हैं। न ही ये संस्थाएं टावर लगाने के लिए किसी तरह की अनुमति देती हैं।
2.फर्जी प्रस्तावों से सावधान रहें:
कोई भी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSP) या इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर (IP-1) टावर लगाने से पहले एडवांस पैसे की मांग नहीं करता है। किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले, DoT की वेबसाइट से उस कंपनी की सत्यता अवश्य जांच लें। DoT की वेबसाइट पर TSP और IP-1 की प्रमाणित सूची उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर जाएं: [DoT TSP/IP-1 सूची](https://dot.gov.in/access-services/list-access-service-licences-issued)।
3.धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें:
अगर आपको किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का संदेह होता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस अधिकारियों को सूचित करें। साथ ही, DoT की स्थानीय फील्ड यूनिट से संपर्क कर सकते हैं। इनकी जानकारी DoT की वेबसाइट पर उपलब्ध है। यहां से जानकारी प्राप्त करें: [DoT क्षेत्रीय कार्यालय](https://dot.gov.in/relatedlinks/director-general-telecom)।
किसी भी प्रस्ताव को बिना पूरी जांच के स्वीकार न करें। धोखेबाज कंपनियों के झांसे में न आएं, जो टावर लगाने के लिए पहले से पैसे मांगते हैं। अपनी सतर्कता से आप खुद को इन धोखाधड़ी से सुरक्षित रख सकते हैं।