अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी का पर्दाफाश: दिल्ली और बेंगलुरु में 4 ताइवानी नागरिक गिरफ्तार

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अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी का पर्दाफाश: दिल्ली और बेंगलुरु में 4 ताइवानी नागरिक गिरफ्तार

आधुनिक दौर में साइबर अपराधी नित नए तरीके अपनाते हैं, और ऐसे ही एक मामले में अहमदाबाद शहर की साइबर क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी का पर्दाफाश किया। इस गैंग ने शिकायतकर्ता को TRAI, मुंबई साइबर क्राइम और CBI अधिकारियों के नाम पर डरा-धमकाकर 79,34,639 रुपये की ठगी की।  

मामले का विवरण:

शिकायतकर्ता को बताया गया कि उसका मोबाइल अवैध गतिविधियों में संलिप्त है और मुंबई के भायकल्ला पुलिस स्टेशन में उसकी शिकायत दर्ज की गई है। आरोपी ने डराकर शिकायतकर्ता और उसकी पत्नी की गतिविधियों पर वॉट्सऐप कॉल के जरिए नजर रखी और RBI में वेरिफिकेशन के बहाने उनके बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करवाए।  

ऑपरेशन और गिरफ्तारियां:

अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने दिल्ली और बेंगलुरु में ऑपरेशन चलाकर 4 ताइवानी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इनमें से दो ताइवानी नागरिकों को दिल्ली के ताज पैलेस होटल से और अन्य दो को बेंगलुरु से पकड़ा गया। इनके साथ-साथ भारत में 8 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो अवैध बैंक खातों के माध्यम से ताइवानी अपराधियों की मदद कर रहे थे।  

ठगी का तरीका (Modus Operandi):

अपराधियों ने रूटेड मोबाइल फोन का उपयोग किया, जो ताइवानी जीमेल आईडी से जुड़े हुए थे और इन पर विभिन्न बैंक खातों के ओटीपी पास होते थे। 120 से अधिक मोबाइल फोन एक साथ जुड़े थे और इनका संचालन दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से किया जा रहा था।  


तकनीकी उपकरण और अपराध का दायरा:

जांच के दौरान, आरोपियों के पास से 120 से ज्यादा मोबाइल फोन, 761 सिम कार्ड, 96 चेकबुक, 92 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 48 चेक, 32 यूएसबी चार्जिंग हब, 26 मिनी कंप्यूटर, 9 राउटर, और 7 लैपटॉप जब्त किए गए। साथ ही, 12,75,000 रुपये नकद भी बरामद किए गए।  

अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधियों के एक बड़े नेटवर्क को बेनकाब किया। इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि साइबर ठगी एक गंभीर खतरा है, जो न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर फैल चुका है। इससे सावधान रहने की आवश्यकता है, ताकि आम जनता इन अपराधों का शिकार न हो।  

सावधानी बरतें:

- अनजान कॉल्स और संदेशों से सतर्क रहें।
- किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- साइबर अपराधों की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को दें।
इस तरह की सतर्कता से आप अपने को और अपने धन को साइबर अपराधों से सुरक्षित रख सकते हैं।

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