APK ऐप्स से हॉस्पिटल अपॉइंटमेंट के नाम पर होने वाले फ्रॉड और बचने के उपाय

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APK ऐप्स से हॉस्पिटल अपॉइंटमेंट के नाम पर होने वाले फ्रॉड से बचने के उपाय

आज के डिजिटल युग में, साइबर अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें से एक तरीका है हॉस्पिटल अपॉइंटमेंट के नाम पर फेक फिशिंग पेज बनाना। इस लेख में, हम समझेंगे कि ये अपराधी कैसे लोगों को धोखा देते हैं और इससे बचने के उपाय क्या हैं।



कैसे होता है फ्रॉड?

  1. फेक फिशिंग पेज: साइबर अपराधी किसी डॉक्टर या अस्पताल के नाम पर नकली फिशिंग पेज बनाते हैं।
  2. एड्स या सर्च इंजन का दुरुपयोग: सर्च इंजन या विज्ञापनों के जरिए फेक नंबर और वेबसाइट को प्रमोट किया जाता है।
  3. नकली एप्लिकेशन इंस्टॉल कराना: अपॉइंटमेंट बुकिंग के नाम पर नकली ऐप डाउनलोड करवाते हैं।
  4. कार्ड डिटेल्स चोरी: जैसे ही व्यक्ति अपनी कार्ड डिटेल्स डालता है, अपराधी उसका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।

फ्रॉड से बचने के टिप्स

  1. .APK ऐप्स से बचें: किसी भी अनजान .APK फाइल या ऐप को अपने फोन में इंस्टॉल न करें।
  2. वेबसाइट की जांच करें: सर्च इंजन में दिखने वाले विज्ञापनों (Ads) वाली वेबसाइट की पूरी जांच करें।
  3. कार्ड की जानकारी न दें: अपनी कार्ड या बैंक डिटेल्स किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म पर साझा न करें।
  4. फिशिंग पेज की सूचना दें: अगर आपको फेक पेज दिखे तो तुरंत संबंधित डॉक्टर और साइबर क्राइम को इसकी जानकारी दें।
  5. फ्रॉड होने पर रिपोर्ट करें: किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करें।

साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है। ऑनलाइन किसी भी प्रकार की लेन-देन या अपॉइंटमेंट बुकिंग करते समय सतर्क रहें। केवल आधिकारिक वेबसाइट या विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें। अपनी जानकारी को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।

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