डिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए RBI का बड़ा कदम बैंकों के लिए नया डोमेन: bank.in और fin.in

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डिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए RBI का बड़ा कदम

डिजिटल युग में बैंकिंग सेवाओं और ऑनलाइन लेनदेन के बढ़ते उपयोग के साथ, साइबर धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फरवरी 2025 की MPC बैठक में एक बड़ा कदम उठाने की घोषणा की है। इस कदम का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बनाना है।

डिजिटल धोखाधड़ी पर RBI की चिंता

RBI ने कहा कि ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते मामलों के साथ फर्जी वेबसाइटों और डोमेन के माध्यम से ग्राहकों को धोखा देने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इनसे बचाव के लिए RBI ने एक नया डोमेन सिस्टम शुरू करने का फैसला किया है।

नया डोमेन: "bank.in" और "fin.in"

  1. "bank.in" डोमेन:
    अप्रैल 2025 से सभी बैंकों के लिए "bank.in" डोमेन को अनिवार्य किया जाएगा। यह डोमेन केवल RBI द्वारा सत्यापित और अधिकृत बैंकों को ही मिलेगा। इससे ग्राहकों को न केवल सुरक्षित डिजिटल सेवाएं मिलेंगी, बल्कि फर्जी वेबसाइटों और साइबर धोखाधड़ी से भी बचाव होगा।

  2. "fin.in" डोमेन:
    नॉन-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFCs) के लिए "fin.in" डोमेन का उपयोग किया जाएगा। यह डोमेन भी RBI की पूरी जांच प्रक्रिया के बाद ही आवंटित किया जाएगा।

ग्राहकों को मिलेगा भरोसा

इन नए डोमेनों के कारण:

  • ग्राहक आसानी से फर्जी और असली वेबसाइट की पहचान कर सकेंगे।
  • डिजिटल लेनदेन के दौरान डेटा चोरी और धोखाधड़ी की घटनाएं कम होंगी।
  • वित्तीय संस्थाओं की जवाबदेही और पारदर्शिता में सुधार होगा।

डोमेन पर शिफ्ट होना अनिवार्य

RBI ने स्पष्ट किया है कि सभी बैंक और वित्तीय संस्थाएं अप्रैल 2025 से इन डोमेनों पर शिफ्ट होंगी। इससे वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाई जा सकेगी और ग्राहकों का भरोसा डिजिटल सेवाओं पर बढ़ेगा।

RBI का यह कदम क्यों अहम है?

डिजिटल युग में जहां साइबर अपराधी तेजी से अपने तरीकों में बदलाव कर रहे हैं, वहीं इस प्रकार का कदम ग्राहकों और बैंकों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम करेगा। यह न केवल डिजिटल बैंकिंग को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि भारत को साइबर अपराध से बचाने में भी मददगार साबित होगा।

डिजिटल धोखाधड़ी पर रोक लगाने के लिए RBI का यह कदम सराहनीय है। यह सभी ग्राहकों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि उनका पैसा और डेटा सुरक्षित हाथों में है। अब डिजिटल लेनदेन और बैंकिंग सेवाएं पहले से ज्यादा भरोसेमंद और सुरक्षित होंगी।

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